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फ़ेसबुक पर लाइक्स में भाजपा-कांग्रेस से कहीं आगे है आम आदमी पार्टी, नेताओ में वसुंधरा राजे सिरमौर 

राजस्थान विधानसभा में चुनाव परिणाम भले जो हो, फ़ेसबुक पर भाजपा और कांग्रेस आप आदमी पार्टी से पिछड़ती नज़र आ रही है। फ़ेसबुक पर आप आदमी पार्टी की पहुँच भाजपा से लगभग तीन गुणी है। अगर फ़ेसबुक लाइक्स का पैमाना लिया जाए तो भाजपा की राजस्थान इकाई के लाइक्स की संख्या महज़ एक लाख 71 हज़ार 982 है जबकि राजस्थान कांग्रेस के पेज पर लाइक्स की संख्या दो लाख 14 हज़ार 427 है।

वहीं इन दोनो पार्टियों को काफ़ी पीछे छोड़ते हुए आप आदमी पार्टी की राजस्थान इकाई के फ़ेसबुक पेज पर लाइक्स की संख्या तीन लाख छः हज़ार 786 है। इसी प्रकार पार्टी प्रमुखों के पेज की बात करे तो उसमें में भी आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ कुमार विश्वास के पेज के पर 33 लाख 46 हज़ार 810 लाइक है जो कांग्रेस के अशोक गहलोत के पेज पर 11 लाख 75 हज़ार 382 लाइक और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सचिन पाइलट के पेज पर लाइक की संख्या महज़ 6 लाख 31हज़ार 18 ही है, वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी के पेज पर लाइक्स की संख्या मात्र दो लाख सात हज़ार 913 ही है।

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पार्टी प्रदेशाध्यक्ष से आगे निकले पार्टी के विद्रोही नेता

फ़ेसबुक लाइक्स के मामले में भाजपा में बग़ावत के सुर साध रहे विधायक घनश्याम तिवाड़ी अपनी ही पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष समेत Screen Shot 2017-07-06 at 10.37.38 AMदूसरे सभी नेताओ से आगे चल रहे है। फ़ेसबुक पर उनके पेज पर लाइक्स का आँकड़ा दो लाख 14 हज़ार 427 है, जबकि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी के पेज लाइक्स महज़ दो लाख सात हज़ार 913 है जबकि गुलाब चंद कटारिया के पेज पर 16 हज़ार 93, यूनुस खान के तीन हज़ार 82, अरुण चतुर्वेदी के 23 हज़ार 226, अशोक लाहोटी के एक लाख दो हज़ार 599, प्रभुलाल सेनी के 24 हज़ार 404 लाइक ही है। भाजपा नेताओ में केवल मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया हीघनश्याम तिवाड़ी से आगे चल रहीं है। वसुंधरा के पेज पर लाइक्स की संख्या 79 लाख 15 हज़ार 579 है।

 

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भाजपा की केंद्रीय अनुशासन कमेटी के सदस्य प्रो. गणेशीलाल ने मई 2017 में जयपुर, सांगानेर से भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी को नोटिस जारी किया है। उन्होंने तिवाड़ी पर अनुशासन हीनता का आरोप लगाते हुए कुल जमा चार आरोप लगाए थे।

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अनुशासन कमेटी द्वारा तिवाड़ी को दिया गया नोटिस

1 दो वर्षों से लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहना एवं पार्टी के विरुद्ध बयानबाज़ी करना

2 पार्टी की बैठकों में उपस्थित ना होना

3 विपक्षी दलों के साथ मंच साझा करना

4 समानांतर राजनैतिक दल खड़ा करने का प्रयास करना

दरअसल ये नोटिस तिवाड़ी और मुख्यमंत्री वसुंधरा के बीच चल रहे द्वन्द का चरम था। प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी द्वारा दिए गए फ़ीडबैक के आधार पर तिवाड़ी को ये नोटिस जारी किया गया था। मगर इस नोटिस के जवाब में घनश्याम तिवाड़ी ने अपना जो जवाब भेजा, वो एक एतिहासिक धरोहर बन गए है। असल में तिवाड़ी उन नेताओ या यूँ कहे संस्थापको में से एक है जिन्होंने राजस्थान में भाजपा को अपने ख़ून-पसीने से सींचा है। ऐसे में जब उन्हें ही पार्टी ने नोटिस दे दिया तो उनकी पीड़ा सहज ही समझी जा सकती है

तिवाड़ी ने पुरानी यादों और अपने संस्करो और संघर्ष के बरबक्स सहज ही भाजपा की मौजूदा स्थिति को बयान कर दिया है। तिवाड़ी ने अपना जवाब दो अलग अलग पत्रों के माध्यम से भेजा, ये दोनो ही पत्र राजनीति में रुचि लेने वालों हर इंसान को पढ़े जाने चाहिए (विशेषकर दूसरा जवाब)

यहाँ हम आप लोगों को तिवाड़ी द्वारा दिया गया दूसरा जवाब पढ़वा रहे है…

अनुशासन के नोटिस का पहला जवाब

नोटिस का दूसरा जवाब—

deedwana mapदेशभक्तों की पार्टी ने ताज़ा कारनामा किया राजस्थान में.. डीडवाना; नागौर में 2 जून को कुछ लोगो ने पुलिस की मौजूदगी में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाएए अब जिस शख्स पर ये इलज़ाम है वो भाजपा के पदाधिकारी है, और उस व्यक्ति के जरिये आंच जा पहुंची है वसुंधरा के मंत्री युनुस खान तक..
वाकया कुछ इस तरह है कि बिजनौर में अल्पसंख्यक महिला के साथ हुए दुष्कर्म के बाद डीडवाना में मुस्लिम समाज के लोगों ने एक जुलूस निकाला और प्रशासन को ज्ञापन दिया। लौटते समय जुलूस में शामिल कुछ लोगो ने पुलिस चौकी के सामने पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाए। पुलिस की मौजूदगी में ऐसा होने के बावजूद कथित रूप से मंत्री यूनुस खान के दबाव में कोई कार्यवाही नहीं की। बाद में जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगो को दबाव पडने लगा तब जाकर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया, मगर सिर्फ धार्मिक उन्माद फैलाने का.. देशद्रोह का नहीं
वैसे युनुस खान का नाम जनवरी में पकडे गए पाक जासूस के साथ भी आ चुका है, मगर उस प्रकरण में भी

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परिवहन मंत्री युनुस खान

महाशय का बाल बांका नही हुआए और अब 2 जून से ये मामला तूल पकड़ने के बावजूद महारानी वसुंधरा ने अभी तक मंत्री को पद से नहीं हटाया है..

और दबे कानो चर्चा है की मंत्री युनुस खान के दबाव में पुलिस ने पहले तो मामला दर्ज ही नहीं किया, और

बाद में जब विडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गयी तो मामला दर्ज भी किया गया तो “धार्मिक उन्माद” फैलाने का..
युनूस खान का विवादों के ये कोई नया नाता नहीं है, उनका नाम राज्य के लगभग हर बडे काण्ड से जुड ही जाता है। राज्य के सबसे चर्चितrajasthan और कुख्यात गैंगस्टर आनन्दपाल से उनके संबंधों की चर्चा हर किसी की जबान पर है। पाक जासूसों के साथ भी उनका नाम जोडा जाता रहा है। उसके बाद अब ये मसला।
अब इस सारे मामले में भाजपा के ही विधायक घनश्याम तिवाड़ी और निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल युनुस खान के खिलाफ ताल ठोक चुके है..
देखते है की देशभक्तों की सरकार अपने ही मंत्री के खिलाफ कितना कड़ा कदम उठाती है..